IPL की ताकत: यह घटना IPL की ताकत और उसके प्रभाव का एक स्पष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती है। क्या आप जानते हैं कि 23 और 24 नवंबर को सऊदी अरब के जेद्दा में IPL का मेगा ऑक्शन आयोजित होने वाला है? इस ऑक्शन का महत्व इतना अधिक है कि इसका असर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर भी साफ देखा जा सकता है। इसका सबसे ताजा उदाहरण सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के हेड कोच डेनियल विटोरी हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के बॉलिंग कोच भी हैं।

विटोरी, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के एक प्रमुख नाम हैं, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के पहले टेस्ट मैच के दौरान ऑक्शन में भाग लेने के लिए तैयार हैं। यह फैसला यह दर्शाता है कि IPL का आकर्षण और उसकी आर्थिक शक्ति किस स्तर पर पहुंच चुकी है। अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच, जिसे क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित और पारंपरिक प्रारूप माना जाता है, उसके मुकाबले IPL के ऑक्शन में भागीदारी को प्राथमिकता देना एक मजबूत संकेत है।
इस स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि आईपीएल का वित्तीय और व्यावसायिक प्रभाव कितना विशाल हो चुका है। क्रिकेट जगत में ऐसे कई उदाहरण मिलेंगे जब खिलाड़ी और कोच IPL को अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स से अधिक महत्व देते हैं। इसका सीधा कारण है, इसमें मिलने वाला अधिक पैसा और करियर के अवसर। IPL ने न केवल खिलाड़ियों और कोचों को बड़ी कमाई और प्रसिद्धि दी है, बल्कि क्रिकेट की वैश्विक रूप से लोकप्रियता को भी बढ़ावा दिया है। इससे यह साबित होता है कि IPL की शक्ति ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के पारंपरिक ढांचे को भी प्रभावित किया है।