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सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: Jharkhand सहायक आचार्य नियुक्ति में अब सिर्फ JTET अभ्यर्थियों को मौका

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सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: अब सिर्फ J-TET अभ्यर्थियों को सहायक आचार्य नियुक्ति में मौका

सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड में 26,001 सहायक आचार्य पदों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक अहम फैसला सुनाया है। इस फैसले में हाई कोर्ट के आदेश को रद्द करते हुए यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अब केवल झारखंड टेट (J-TET) पास अभ्यर्थी ही इस भर्ती में शामिल हो सकेंगे। यह निर्णय J-TET उत्तीर्ण उम्मीदवारों द्वारा दायर विशेष अनुमति याचिका (SLP) पर आया है, जिसमें सीटेट (CTET) पास उम्मीदवारों और झारखंड के पड़ोसी राज्यों से टेट (TET) परीक्षा पास कर चुके झारखंड निवासी अभ्यर्थियों की भागीदारी को चुनौती दी गई थी।



क्या था मामला?

झारखंड में 26,001 सहायक आचार्य पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया जारी थी। इसमें झारखंड टेट (J-TET) पास अभ्यर्थियों के अलावा, सीटेट (CTET) उत्तीर्ण उम्मीदवारों और झारखंड के पड़ोसी राज्यों से टेट (TET) परीक्षा पास करने वाले झारखंड निवासी अभ्यर्थियों को भी शामिल किया जा रहा था। इस पर झारखंड टेट पास अभ्यर्थियों ने आपत्ति जताई और हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।

हाई कोर्ट ने अपने फैसले में सीटेट और अन्य राज्यों के टेट पास उम्मीदवारों को भी इस भर्ती में शामिल होने की अनुमति दी थी। इस फैसले के खिलाफ J-TET पास अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला

सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद हाई कोर्ट के फैसले को रद्द कर दिया और स्पष्ट किया कि झारखंड में सहायक आचार्य पदों के लिए सिर्फ J-TET पास अभ्यर्थियों को ही पात्र माना जाएगा। इसके साथ ही, सीटेट उत्तीर्ण उम्मीदवार और झारखंड के पड़ोसी राज्यों के टेट पास अभ्यर्थियों को इस भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है।

इस फैसले का प्रभाव

इस फैसले के बाद झारखंड में सहायक आचार्य बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए J-TET पास होना अनिवार्य हो गया है। अब CTET पास उम्मीदवार और अन्य राज्यों के टेट पास अभ्यर्थी इस भर्ती में शामिल नहीं हो सकेंगे। इससे J-TET अभ्यर्थियों को सीधा लाभ मिलेगा और झारखंड के शिक्षकों के लिए रोजगार के अवसर सुनिश्चित होंगे।

सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय झारखंड में शिक्षा क्षेत्र में सुधार और स्थानीय अभ्यर्थियों के हक को प्राथमिकता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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